Vyapar Vridhi Ke 8 Saral Upay
धंधा में आर्थिक फायदा के 8 सरलतम उपाय !
(1) जो अपना व्यापार करते हैं वो अपने फैक्ट्री/कार्यालय/दुकान या जहाँ भी अपना अर्थोपार्जन का काम करते हैं वहाँ महीने में एक बार थोड़े जौ और उसके चार गुने काले तिल (जैसे एक मुट्ठी जौ तो 4 मुट्ठी काले तिल) रख दें । सुबह जब दुकान पर जायें तो उसे लेकर बहते पानी में प्रवाहित कर दें, इससे व्यावसायिक स्थल/दुकान/कार्यालय पर किसी की नजर नहीं लगती है, काम धंधा ठीक रहता है और कर्ज हो तो कर्ज से भी मुक्ति मिलती है ।
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(2) तिजोरी का दरवाजा उत्तर की तरफ हो तो पैसों की बरकत होगी। दुकान में cash-box अगर उत्तर दिशा में खुलता हुआ हो तो उत्तर दिशा के मालिक कुबेर भंडारी की नजर पड़ने से धन की बरकत रहती है ।
(3) माल बिकता नहीं हो तो : दुकान में माल पड़ा रहता है बिकता भी नहीं तो जो माल पड़ा रहता है, उसे दुकान में उत्तर और पश्चिम दिशा के बीच (वायव्य कोण) में रख दो । वायव्य दिशा याने वायु भगवान् की दिशा है, तो माल वायुवेग से बिकेगा ।
(4) आर्थिक फायदा और कर्जा मुक्ति : आर्थिक फायदा नहीं होता है तो दुकान पे जाने से पहले झंडु (गेंदे के फूल/मेरी गोल्ड) के फूल की कुछ पंखुड़ियाँ, हल्दी और चंदन में घिस कर तिलक करें, गुरुमंत्र का जप करें फिर दुकान पे जायें तो कोई ग्राहक खाली हाथ नहीं जायेगा, आर्थिक लाभ बढ़ेगा । गजेन्द्रमोक्ष का पाठ करके जायें, कर्जा है तो उतर जायेगा ।
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(5) दुकान पे मन नहीं लगता हो तो : दुकान पर कई लोगों का मन नहीं लगता या मजा नहीं आता । कई बार कुछ ग्राहिकी नहीं होती तो भी मन नहीं लगता या कई बार इससे ही मन उचाट रहता है । दुकान पर मन नहीं लगता हो तो दुकान के मुख्य द्वार पर गणपतिजी की तस्वीर लगायी जाये और थोडा सा कपूर जला कर घुमा दें । जहाँ से ग्राहक आते हैं उधर और दुकान में शांत बैठ के थोड़ा गुरु मंत्र का जप करे । तो अपने आप मन भी लगता है और कोई दोष हो तो वो भी नष्ट हो जाते है ।
(6) अगर घर में खीच-खीच हो या दुकान में बरकत नहीं हो तो हर रविवार को एक लोटे में जल भर कर २१ बार गायत्री मन्त्र
(ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात)
का जप कर के जल को दीवारों पर छाँट दें, पर ध्यान रहे की पैरों के नीचे जल ना आये इसलिए दीवारों पे ही छाँटना है ।
(7) सुबह घर से पूर्व दिशा की ओर मुँह करके तिलक करके जायें । दुकान में जाके थोड़ा-सा कपूर जला लें, गुरुदेव और गणपतिजी की तस्वीर रखें और गणेश गायत्री मंत्र बोले –
एकदंताय विद्यमहे वक्रतुंडाय धीमहि ।
तन्नोदंती प्रच्चोदयात ।।
ये गणेश गायत्री मंत्र पांच बार, ग्यारह बार बोल लें तो अपने आप सब सही होने लगेगा|-
(8) दुकान में बरकत बढ़ाने के लिए : जिनकी अपनी दुकान, factory हो, वे शुक्ल पक्ष को दूज से लेकर पूनम तक रोज चन्द्रमाँ को दूध, पानी और शक्कर मिलाकर अर्घ्य दें और मंत्र बोलें
‘ ॐ सोमाय नमः । ‘
‘ ॐ चन्द्रमशे नमः । ‘
‘ ॐ रोहिणी कान्ताय नमः । ‘
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